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एण्डटीवी के शो भाबीजी घर पर हैं में विभूति निभायेगा एक अमीर भिखारी की भूमिका

कहीं खुशी कहीं गम

मुंबई(एजेंसी)| एण्डटीवी के शो ‘दूसरी मां‘ में यशोदा अशोक को घर वापस लाने का हर संभव प्रयास करेगी। वहीं ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में हप्पू के हमशक्ल की एंट्री होगी और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में विभूति एक अमीर भिखारी की भूमिका निभायेगा। एण्डटीवी के ‘दूसरी मां‘ की कहानी के बारे में बताते हुये यशोदा ने कहा, ‘‘यशोदा (नेहा जोशी) अशोक (मोहित डागा) से मिलती है और उससे घर वापस चलने के लिये कहती है, लेकिन वह मना कर देता है और कहता है कि वह अब एक साधु की जिंदगी जीना चाहता है। यशोदा मंडल बाबा से भी विनती करती है कि वह अशोक को अपना प्रण तोड़ने के लिये कहकर उसे घर जाने के लिये मनायें, लेकिन मंडल बाबा कहते हैं कि वह किसी को भी मजबूर नहीं करते हैं, क्योंकि हर इंसान को अपना रास्ता खुद चुनना चाहिये। उनका जवाब सुनकर यशोदा उदास हो जाती है और घर वापस लौट आती है, जहां अरविंद (मयंक मिश्रा), कामिनी (प्रीति सहाय) और बंसल यह खबर सुनकर खुश हो जाते हैं। इस बीच, दूसरी ओर शमशेरा (स्वतंत्र भारत) दादाजी (सुनील दत्त) को कृष्णा (आयुध भानुशाली) को अपनाने के लिये मनाने की कोशिश करता है। दुःख से व्याकुल होकर यशोदा शमशान में चली जाती है और विनती करते हुये कहती है ‘‘भगवान जी, मेरी मदद कीजिये। उसकी निराशा के बीच, मंडल बाबा यशोदा के पास पहुंचते हैं और उसे उम्मीद की एक किरण दिखाते हुये कहते हैं कि अशोक को साधु (बाबा) का दर्जा केवल तभी मिल सकता है, जब उसका परिवार उसे आखिरी दीक्षा देगा।


Happu Ki Ultan Paltan

‘‘एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कहानी के बारे में बताते हुये दरोगा हप्पू सिंह ने कहा, ‘‘हप्पू (योगेश

त्रिपाठी) का हमशक्ल मुथ्थु कमिश्नर (किशोर भानुशाली) से एक पुरानी दुश्मनी का बदला लेने के लिये हप्पू का

अपहरण कर लेता है। मुथ्थु हप्पू का वेश बनाकर आ जाता है और उसके घर में घुस जाता है। वह बार-बार

कमिश्नर को जान से मारने की कोशिश करता है, लेकिन हर बार असफल रहता है। इस बीच राजेश (गीतांजलि

मिश्रा) नकली हप्पू को लुभाने की कोशिश करती है, लेकिन वह हर बार कोई न कोई बहाना बना देता है। उसके

व्यवहार से परिवार के सदस्यों को नकली हप्पू पर शक होने लगता है। इस बीच, असली हप्पू अपने अपहरणकर्ता

के चंगुल से भाग निकलने में कामयाब होता है। आश्चर्यजनक रूप से हप्पू और मुथ्थु दोनों ही एक-दूसरे के सामने

पहुंच जाते हैं और दोनों को एकसाथ देखकर परिवार वाले चैंक जाते हैं।


Doosri Maa

‘ एण्डटीवी के ‘‘भाबीजी घर पर है‘‘ की कहानी के बारे में बताते हुये, अंगूरी ने कहा, ‘‘विभूति (आसिफ शेख) अच्छी तरह से तैयार होकर और अपने एजुकेशनल सर्टिफिकेट्स लेकर नौकरी पाने की उम्मीद में एक जाॅब इंटरव्यू के लिये जाता है। हालांकि, जब कोई दूसरा व्यक्ति सिफारिश लगवाकर वह जॉब हासिल कर लेता है, तो विभूति को बहुत दुःख होता है। घर लौटते समय तनाव की वजह से विभूति बेहोश हो जाता है और जब उसकी आंख खुलती है तो वह खुद को पैसों से घिरा हुआ पाता है। एक भिखारी उसके पास बैठा होता है और कहता है कि ‘आजकल फैंसी कपड़े पहने लोगों को ज्यादा भीख मिलती है। पैसे देखकर विभूति खुश हो जाता है और एक चतुराई भरा प्लान बनाता है। वह भीख मांगने का एक नया बिजनेस शुरू करता है और इसमें टीका (वैभव माथुर) और टिल्लू (सलीम जैदी) की मदद लेता है। इस बीच अंगूरी (शुभांगी अत्रे) तिवारी (रोहिताश्व गौड़) के यह कहने पर निराश हो जाती है कि उसे अंग्रेजी नहीं आती है। उसे सबक सिखाने के लिये वह विभूति से हाथ मिलाती है, जो उसे टूटी-फूटी इंग्लिश में कवितायें गाकर उसे भीख मांगने के लिये कहता है। अनीता (विदिशा श्रीवास्तव) और तिवारी यह सब देखकर परेशान हो जाते हैं और इस पर विराम लगाने की कोशिश करते हैं। उन्हें पता चलता है कि सक्सेना (सानंद वर्मा) ने भिखारियों के लिये एक रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम शुरू किया है और इसके लिये वह उपचार के रूप में शाॅक थैरेपी का इस्तेमाल करता है। इससे उन्हें अपनी समस्या का हल नजर आता है।‘‘


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