
28 Aug 2023
दो से ज्यादा बार जीत चुके सांसद संगठन में भेजे जाएंगे
नई दिल्ली| लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में जुटी भाजपा एक साथ कई फार्मूलों पर काम कर रही है। पार्टी में मौजूदा सांसदों के टिकट काटने से लेकर नए चेहरों को मौका देने तक पर मंथन जारी है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी आजादी के 100वें साल तक संसद में युवा प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए काम कर रही है। चुनाव में भाजपा 150 नए प्रत्याशी उतार सकती है। इनमें 41 से 55 साल की उम्र के प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा होगी। भाजपा के एक महासचिव ने कहा कि पहली लोकसभा में 26 फीसदी सदस्यों की उम्र 40 से कम थी। बाद में संसद में युवा प्रतिनिधित्व कम होता गया। लोकसभा में तीन से 11 बार तक चुनाव जीतने वाले सांसदों की संख्या बढ़ती गई। इसे देखते हुए पार्टी दो या इससे अधिक बार लोकसभा चुनाव जीत चुके नेताओं में से ज्यादातर को संगठन की जिम्मेदारी देने जा रही है।
राज्यसभा में 80 फीसदी विशेषज्ञोंं को मौका देगी पार्टी
इसके अलावा अपवाद को छोडक़र किसी को राज्यसभा दो बार से ज्यादा नहीं भेजा जाएगा। 80 फीसदी ऐसे लोगों को मौका मिलेगा, जो कानून, चिकित्सा, विज्ञान, कला, आर्थिक मामले, तकनीक, पर्यावरण और भाषा के जानकार हों। गौर हो कि लोकसभा में भाजपा के 135 सदस्य पहली बार और 97 दूसरी बार चुनाव जीते हैं। दूसरी ओर मेनका गांधी और संतोष गंगवार लगातार 8वीं बार और डा. वीरेंद्र कुमार 7वीं बार लोकसभा में हैं। इसके अलावा आठ सांसद छठी बार, 11 सांसद 5वीं बार, 19 सांसद चौथी बार और 28 सांसद तीसरी बार जीते हैं।