
8 Oct 2022
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा
मालवा हेराल्ड | केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा है कि फुटवियर क्षेत्र में भारत के लिए असीम संभावनाएं उपलब्ध हैं और निकट भविष्य में देश का उत्पादन और निर्यात १० गुना तक बढ़ सकता है। श्री गोयल ने यह बात मीट एट आगरा लेदर, फुटवियर कंपोनेंट्स एंड टेक्नोलॉजी फेयर के संबोधन में कही, उन्होंने कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया |
उन्होंने कहा कि देश में लगभग ७००० लघु उद्योग इकाईयां फुटवियर क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था में और विदेशी मुद्रा में आय अर्जित करने के लिए बेहद महत्व रखती है। इस उद्योग में लगभग ४०% महिलाएं कार्य करती हैं और प्रत्येक १००० जोड़ी फुटवियर जिनका उत्पादन अथवा विक्रय किया जाता है, उसमें करीब ४२५ नौकरियां सुरक्षित हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत, जूता-चप्पल और चमड़े के परिधान का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक राष्ट्र है और यह विश्व में इस सेक्टर का अग्रणी बन सकता है। उन्होंने कहा कि भारत में दुनिया का लगभग ३ अरब वर्ग फुट चमड़े का उद्योग कार्यरत है। श्री गोयल ने उद्योग प्रतिनिधियों से इस क्षेत्र में कार्य करने वाले श्रमिकों की सुरक्षा तथा उनके स्वास्थ्य संबंधी सभी उपाय सुनिश्चित किये जाने का आग्रह किया।
केंद्र ने २०२१-२६ के दौरान कार्यान्वयन के लिए १७०० करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ भारतीय फुटवियर व चमड़ा विकास कार्यक्रम (आईएफएलडीपी) को अधिसूचित किया गया है।
केंद्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल ने उल्लेख किया कि सभी प्रमुख ब्रांड कच्चे माल के लिए भारत पर निर्भर हैं। उन्होंने एक योजना तैयार करने का सुझाव किया ताकि उच्च मूल्य की परियोजनाओं वाले भारतीय ब्रांड वैश्विक बाजार तक अपनी पहुंच स्थापित कर सकें। श्री गोयल ने कहा कि राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान और राष्ट्रीय पैकेजिंग संस्थान को कौशल विकास की दिशा में कार्य करने के लिए सहयोग करना चाहिए ताकि भारतीय तथा वैश्विक बाजार के लिए नए डिजाइन तैयार किए जा सकें।