
20 Sept 2022
ईपीएफओ ने जारी किये आकड़े
मालवा हेराल्ड | ईपीएफओ ने आज जुलाई माह पेरोल के आकड़े जारी किये | ईपीएफओ ने जुलाई २०२२ के महीने में १८.२३ लाख शुद्ध सब्सक्राइबर जोड़े हैं। ये संख्या पिछले साल की तुलना में २४.४८% अधिक है | कुल १८.२३ लाख सदस्यों में से लगभग १०.५८ लाख नए सदस्य है | रिपोर्ट यह दर्शाती है कि जुलाई माह में लगभग १० लाख नए रोजगार मिले जिन्हें ईपीएफओ के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा कवर मिला |
संगठित क्षेत्र में नई नौकरियां बड़े पैमाने पर देश के युवाओं को जा रही हैं। रोजगार के आकड़ों में वृद्धि अच्छे संकेत हैं, हमारी अर्थव्यवस्था तेज़ी से पटरी पर लौट रही है | इस महीने के दौरान तकरीबन ४.०७ लाख सब्सक्राइबर्स ईपीएफओ से बाहर हो गए और ११.७२ लाख सदस्य बाहर जाकर दोबारा ईपीएफओ में शामिल हो गए। इन सदस्यों ने अंतिम सेटलमेंट का विकल्प चुनने के बजाय ट्रांसफर के जरिए अपनी सदस्यता बरकरार रखने का विकल्प चुना है। इसका श्रेय ईपीएफओ द्वारा निरंतर और निर्बाध सेवा वितरण के लिए उठाए गई विभिन्न ई-पहलों को दिया जा सकता है।
जुलाई २०२२ में शुद्ध महिला सदस्यों का नामांकन ४.०६ लाख रहा है। यह पिछले साल जुलाई महीने की तुलना में ३४.८४ प्रतिशत अधिक है | इस माह के दौरान ईपीएफओ में शामिल होने वाले कुल नए सदस्यों में महिला कार्यबल का नामांकन २७.५४ प्रतिशत पर दर्ज किया गया, जो बीते १२ महीनों में सबसे ज्यादा है। ये इशारा करता है कि संगठित कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है।
माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया मिशन को ध्यान में रखते हुए ईपीएफओ ने मोबाइल गवर्नेंस के जरिए अपनी सेवाओं का विस्तार किया है। ईपीएफओ अब सदस्यों की मदद के लिए ट्विटर, व्हाट्सएप और फेसबुक पर भी उपलब्ध है।