
18 Aug 2022
अनुभव और जातिगत समीकरण का मिला लाभ
नई दिल्ली/मालवा हेराल्ड/शुभम ताम्रकार | भाजपा संसदीय बोर्ड में बुधवार को बड़ा फेरबदल हुआ | कई बड़े नाम बाहर हुए और नए नाम जोड़े गए | इसे पार्टी की २०२४ की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है | डॉ सत्यनारायण जटिया पार्टी में पुराना चेहरा हैं, उज्जैन-आलोट संसदीय क्षेत्र लगातार ७ बार लोकसभा सांसद एवं 1 बार मध्य प्रदेश से राज्यसभा में पार्टी का प्रतिनिधित्व कर चुके है |
डॉ सत्यनारायण जटिया का जन्म ४ फ़रवरी १९४६ मध्य प्रदेश के जावद तहसील में हुआ | जावद उज्जैन संभाग के नीमच जिले में एक तहसील और नगर पंचायत है | जटिया जी को संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति दोनों में शामिल किया गया है इससे पूरे संभाग में हर्ष व्याप्त है | सुबह से ही उन्हें बधाई देने वालों का ताँता लगा है | डॉ सत्यनारायण जटिया संघ के करीबी माने जाते हैं एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी उनके अच्छे संबंध है | दो साल पहले जब डॉ सत्यनारायण जटिया ने अपने परिवार के साथ पीएम मोदी से मुलाकात की थी तब पीएम मोदी की उनकी छोटी पोती को दुलार करने की तस्वीर वायरल हुई थी | जटिया जी का राज्यसभा कार्यकाल २०२० में खत्म हुआ था, उसके बाद पार्टी ने उन्हें दोबारा सदन में नहीं भेजा था | लेकिन २ वर्ष बाद पार्टी ने उन्हें फिर से बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है |