
1 Oct 2022
साइबर सुरक्षा हमारी व्यक्तिगत जिम्मेदारी
मालवा हेराल्ड | राष्ट्रीय स्तर साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ प्रोफेसर गौरव रावल के अनुसार कोविड१९ महामारी के बाद व दौरान इंटरनेट यूजर्स बढ़ने से वैश्विक स्तर पर साइबर अपराध ६३०% बढ़ा है, यह आकड़े चौका देने वाले हैं। साइबर अपराध से बचने का सबसे आसान तरीका है स्वयं को चौकन्ना रखना | आज के दौर में जहाँ इंटरनेट का प्रचार प्रसार तेज़ी से हो रहा है वही साइबर सुरक्षा निजी जिम्मेदारी बनती जा रही है |
आपके साथ किसी भी प्रकार की साइबर ठगी होने पर क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस स्टेशन पर जाकर सूचना दे सकते हैं या www.cybercrime.gov.in पोर्टल पर भी ऑनलाइन रिपोर्ट कर सकते हैं | टोल फ्री नंबर १९३० को डायल करके भी साइबर ठगी की सूचना दी जा सकती है।
सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दोस्ती करना खतरनाक है | ऐसे में सोशल मीडिया पर अपने बाहर जाने की सूचना देना और भी खतरनाक हो जाता है | सोशल प्लेटफार्म पर अपनी जन्म तिथि और अन्य जानकारी साझा करना बेहद ख़तरनाक है, आपकी
गोपनीय सूचना साझा हो रही है | सभी सोशल प्लेटफार्म पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं, कई तो आपकी गोपनीय जानकारी बाजार में बेच देते हैं | इससे सामने वाले तो आपकी बहुत सारी जानकारी पहले से ही मिल जाती है |
सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से जुड़ना, अपने बाहर जाने की सूचना प्रसारित करना बेहद जोख़िम भरा है | कई बार अनजाने में आप ख़ुद के चोरों को खुला आमंत्रण दे देते हैं |