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जन आक्रोश रैली में शामिल हुए कांग्रेस के दिग्गज नेता

1 Oct 2023

संसद में देश हित की बात करता हूं तो मोदी जी भाग खड़े होते हैं- राहुल गांधी

शाजापुर। आज देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। एक तरफ कांग्रेस है तो दूसरी तरफ  आरएसएस और भाजपा है। एक तरफ गांधी जी, दूसरी तरफ गोड़से, एक तरफ मोहब्बत तो दूसरी तरफ नफरत है, लेकिन नफरत की दुकान चलाने वालों की दुकानदारी पर अब जनता तालाबंदी करने वाली है। यह बात शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कालापीपल विधानसभा क्षेत्र के पोलायकलां में जन आक्रोश यात्रा के दौरान आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होने कहा कि मैं जब भी संसद में देश हित की बात करता हूं तो मोदी जी भाग खड़े होते हैं। उन्होने कहा कि आरएसएस ने देश में नफरत फैलाने का काम भाजपा को सौंपा है जिसे भाजपाई बखुबी अंजाम दे रहे हैं।



देश में जो कानून बनाए जा रहे हैं वह भाजपा नही बल्कि आरएसएस के लोग बना रहे हैं। आज देश को 90 अफसर चला रहे हैं, जिनमें से ओबीसी के मुश्किल से 3 अधिकारी होंगे। गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी कहते हैं कि सरकार में ओबीसी की भागीदारी है। मैं आज ओबीसी के लोगों से पूछता हूं कि आप बताइए देश को चलाने वाले 90 अफसरों में ओबीसी के कितने अफसर हैं? राहुल गांधी ने कहा कि जब हमने भारत जोड़ो यात्रा निकाली तो इस दौरान किसानों, युवाओं और माताओं-बहनों ने कहा कि मध्यप्रदेश हिंदुस्तान में भ्रष्टाचार का सेंटर है। उन्होने कहा कि भाजपा ने बच्चों के फंड, मिड डे मील और स्कूल यूनिफार्म के फंड के साथ महाकाल कॉरिडोर में पैसा चोरी किया। व्यापम स्कैम में 1 करोड़ युवाओं को नुकसान पहुंचाया। यहां एमबीबीएस की सीट्स बेची जाती हैं और पेपर लीक किया जाता है।



भाजपा ने देश-प्रदेश को यदि कुछ दिया है तो वह है भ्रष्टाचार, भूखमरी, नफरत और बेरोजगारी। मध्यप्रदेश के किसानों को सरकार उनकी फसलों का सही दाम नहीं देती है। जबकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने किसानों से जो वादा किया उसे पूरा करके दिखाया है। गांधी ने कहा कि हमने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक में किसानों का कर्जा माफ किया लेकिन यहां भाजपा ने धोखा देकर सरकार चोरी कर ली। उन्होने सभा में मौजूद हजारों लोगों से कहा कि प्रदेश की जनता का प्यार, विश्वास और ऊर्जा से भरा जनसैलाब साफ संदेश दे रहा है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आ रही है। उन्होने कहा कि भाजपा मुद्दों से भटकाने का काम करती है, मैंने जब संसद में अडानी के मुद्दे पर भाषण दिया तो मेरी लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई, मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता मैं सच्चाई बोलता हूं और बोलता रहूंगा।


इंफ्रास्ट्रक्चर,  डीजल-पेट्रोल, फर्टिलाइजर के जरिए जनता की जेब से पैसा निकलता है और सीधा उद्योगपतियों की जेब में जाता है। हमने कर्नाटक में गरीबों, महिलाओंए किसानों के लिए 5 गारंटी दीं और उन्हें पूरा किया। कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकारें गरीबों और कमजोरों के लिए काम करती हैं। सरकार जनता के लिए होनी चाहिए  ना कि एक या दो उद्योगपतियों के लिए। हम मध्य प्रदेश में ऐसी ही सरकार चलाना चाहते हैं। वहीं कार्र्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भाजपा जानती है कि वो विधानसभा बुरी तरह हार रही है, ऐसे में भाजपा के केंद्रीय चुनावी रणनीतिकारों ने ये सोचा कि जनता का आक्रोश और ग़ुस्सा 2024 से पहले ही 2023 में ही निकलकर कुछ कम हो जाए तो शायद 2024 में भाजपा अपनी शर्मनाक हार के अंतर को थोड़ा कम कर सके। इसीलिए भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व विधानसभा चुनाव में अपने सांसदों को लड़वाने पर जोर दे रहा है।


जब विधानसभा चुनाव में ही ये सांसद हार जाएंगे तो इन्हे 2024 के लोकसभा चुनाव में टिकट न देने का बहाना ये कहकर मिल जाएगा कि जो भला विधानसभा नहीं जीत पाए तो वो लोकसभा क्या जीतेंगे और फिर नये प्रत्याशी लाकर भाजपा एन्टी इन्कम्बेन्सी को थोड़ा कम कर पाएगी, इसीलिए दिल्ली और भोपाल की भाजपा में एक अदृश्य युद्ध चल रहा है। भाजपा की आशीर्वाद यात्राओं से लेकर चुनावी मंचों तक ये आपसी मनमुटाव भाजपाई नेताओं के चेहरों और भाषणों में साफ झलक रहा है। उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश की पवित्र धरती पर हमारे नेता राहुल गांधी ने जो लोकतांत्रिक चेतना का अलख जगाया है उसके लिए मैं मध्य प्रदेश की पूरी जनता की ओर से उनका आभार व्यक्त करता हूं। मैं कालापीपल और समस्त क्षेत्र की जनता का आभारी हूं कि फसल कटाई का सीजन होने के बावजूद वह इतनी बड़ी संख्या में जन आक्रोश रैली में शामिल हुए। कार्यक्रम को दिग्विजयसिंह, जयवर्धनसिंह, हुकुमसिंह कराड़ा, जीतू पटवारी, कुणाल चौधरी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और जन सैलाब मौजूद था।


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