
26 Aug 2023
भारत-यूनान 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार दोगुना करने पर सहमत
नईदिल्ली| भारत और यूनान ने शुक्रवार को अपने संबंधों को रणनीतिक साझीदारी के रूप में उन्नत करके सैन्य मामलों, साइबर सुरक्षा एवं रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में मजबूत सहयोग की रूपरेखा तय की। साथ ही अधोसंरचना, कृषि, शिक्षा, नवीन एवं उभरती तकनीक और कौशल विकास के लिए सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूनान की प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस के साथ द्विपक्षीय बैठक में ये निर्णय लिए गए और कृषि के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए, जिसमें पारस्परिक लाभ के लिए क्षेत्रीय सहयोग की सुविधा के लिए कृषि पर हेलेनिक-भारतीय संयुक्त उप-समिति की स्थापना भी शामिल है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यूनान और भारत दुनिया की दो पुरातन सभ्यताओं दो पुरातन लोकतांत्रिक विचारधाराओं और दो पुरातन व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों के बीच एक स्वाभाविक मेल है। हमारे रिश्ते की बुनियाद प्राचीन और मजबूत हैं। पीएम ने कहा कि ग्रीस और भारत पुराने दोस्तों की तरह एक-दूसरे को समझते हैं।
हम 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे बीच जियोपॉलिटिकल मुद्दों को लेकर तालमेल है। चाहे वह इंडो-पैसिफिक हो या भूमध्य सागर हो। पुराने मित्रों की तरह हम एक दूसरे की भावनाओं को समझते हैं। 40 सालों के लंबे अंतराल के बाद भारत के किसी प्रधानमंत्री का ग्रीस आना हुआ है। इसके बावजूद हमारे संबंधों की गहराई कम नहीं हुई है। मोदी ने कहा कि हम अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूती देंगे। हमने रक्षा उद्योगों को बल देने पर सहमति जताई। आतंकवाद के मुद्दों पर चर्चा की गई। हमने तय किया है कि हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच बातचीत के लिए प्लेटफॉर्म होना चाहिए। हम 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करेंगे। पीएम ने कहा कि कृषि क्षेत्र में सहयोग के लिए एक एग्रीमेंट साइन किया गया है। पीपुल टु पीपुल संबंधों को बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए। हमने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की।
भारतीय मूल के लोगों ने गर्मजोशी से किया स्वागत
इससे पहले एथेंस पहुंचने पर पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। एयरपोर्ट के बाहर भारतीय मूल के लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। भारतीय मूल के लोगों ने उनके स्वागत में ढोल-नगाड़े बजाए। भारतीय समुदाय ने मोदी को ग्रीस का पारंपरिक मुकुट भी पहनाया, जिसे हेड्रेस कहा जाता है। इसके बाद पीएम मोदी ने ‘टॉम्ब ऑफ अननोन सोल्जर’ पर श्रद्धांजलि दी।