
19 Aug 2023
जी-20 देशों से जनता की भलाई के लिए नवाचार का किया आग्रह
नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व को अगली हैल्थ एमर्जेंसी के लिए तैयार रहने, इससे सावधानी बरतने और इसे जवाब देने के लिए तैयारी करने की सलाह दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जी-20 देशों से जनता की भलाई के लिए प्रौद्योगिकी की ‘समान उपलब्धता’ और नवाचार को सभी के वास्ते सुलभ करने का आग्रह किया। श्री मोदी ने गुजरात के गांधीनगर में जी- 20 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक को वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य रहना न केवल मानसिक और शारीरिक स्थिति है, बल्कि जीवन का सुदृढ़ आधार है। उन्होंने कहा कि देश में 21 लाख चिकित्सक, 35 लाख नर्स, 13 लाख फार्मासिस्ट और करोड़ों सहायक कर्मी स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र को मजबूत बनाते हैं। श्री मोदी ने कहा कि कोविड महामारी ने स्वास्थ्य को सभी निर्णय के केंद्र में रखने पर जोर दिया है।
महामारी ने स्वास्थ्य के संबंध में दवाइयां और टीके को लेकर अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने वैक्सीन मैत्री पहल का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत ने 100 से अधिक देशों को 30 करोड़ वैक्सीन खुराक पहुंचाई, जिनमें वैश्विक दक्षिण के कई देश भी शामिल हैं। वैश्विक स्वास्थ्य प्रणालियों को लचीला होना चाहिए। अगली स्वास्थ्य आपात स्थिति निपटने की तैयारी करनी चाहिए। दुनिया के एक हिस्से में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बहुत कम समय में दुनिया के अन्य सभी हिस्सों को प्रभावित कर सकती हैं। भारत में समग्र और समावेशी दृष्टिकोण का पालन किया जा रहा है। स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे का विस्तार हो रहा है। चिकित्सा की पारंपरिक प्रणालियों को बढ़ावा दिया जा रहा है और सभी को सस्ती स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहे हैं। पारंपरिक चिकित्सा का वैश्विक भंडार बनाने का संयुक्त प्रयास होना चाहिए।
डिजिटल समाधान पर जोर
पीएम ने स्वास्थ्य पर हो रहे कार्यों को और अधिक समावेशी बनाने के लिए डिजिटल समाधान और तकनीकी नवाचार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आजकल दूर-दराज के लोग टेली-मेडिसिन के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण देखभाल प्राप्त कर सकते हैं। भारत के राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म ई-संजीवनी ने अब तक 140 मिलियन लोगों को टेलीहेल्थ की सुविधा दी है। देश के कोविन पोर्टल ने अब तक 2.4 अरब लोगों को टीके की सुविधा दी है। ये दुनिया का सबसे बड़ा नंबर है।