
6 Sept 2023
संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों को भारत की दो टूक, ठुकराई रिपोर्ट
नई दिल्ली| भारत ने मणिपुर में चल रही जातीय हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों के एक समूह द्वारा जारी एक बयान को खारिज कर दिया। भारत ने इसे अनुचित, अनुमानपूर्ण और भ्रामक बताया और कहा कि उनकी टिप्पणी पूर्वोत्तर राज्य की स्थिति पर समझ की पूरी कमी को दर्शाती है। मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय की विशेष प्रक्रिया शाखा द्वारा जारी किए एक नोट में भारतीय दूतावास ने कहा कि मणिपुर में स्थिति शांतिपूर्ण एवं स्थिर है और भारत सरकार शांति एवं स्थिरता बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने को लेकर प्रतिबद्ध है।
उसने कहा कि सरकार मणिपुर के लोगों समेत भारत के लोगों के मानवाधिकारों की रक्षा करने के लिए भी प्रतिबद्ध है। संयुक्त राष्ट्र कार्यालय और जेनेवा में अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों में भारत के स्थायी मिशन ने कहा कि भारत का स्थायी मिशन समाचार विज्ञप्ति को पूरी तरह से खारिज करता है, क्योंकि यह न केवल अनुचित, अनुमान पर आधारित और भ्रामक है, बल्कि यह मणिपुर में स्थिति और उससे निपटने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए कदमों पर समझ के अभाव को भी दर्शाता है। भारत की यह प्रतिक्रिया तब आई है, जब संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों के एक समूह ने मणिपुर में ‘मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन’ की खबरों को लेकर चिंता जताई थी, जिनमें यौन हिंसा, न्यायेतर हत्याएं, जबरन विस्थापन, यातना और दुव्र्यवहार के कथित कृत्य शामिल हैं।
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