
30 Jun 2024
स्थानीय जनप्रतिनिधि भी किसानो के लिए कुछ नही कर पा रहे है
बुरहानपुर । अपने खेतो से केली की फसल मिट्टी के मोल बेचने वाले किसान परेशान तो केला ग्रुप और सप्लायर हो रहे मालामाल.? इन दिनों बुरहानपुर जिले मे प्रतिदिन केला ग्रुप वाले और सप्लायर मिली भगत करके गाड़ियों की संख्या अधिक लगाने का मामला सामने आ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार जब केले की नीलामी होती तब जिससे भाव गिराने में उनको सहूलियत होती है उनकी गाड़ियों की संख्या अधिक लगाते है। 170 से 200 केले की गाड़ी लगभग बताई जाती है। लेकिन बाद मे सिर्फ 25 से 35 के बीच मे गाड़ी बिकना बताते है। सोचने वाली बात यह है कि बुरहानपुर जिला इतना बड़ा होने के बावजूद सिर्फ कुछ लोग फर्जी गाड़ियां किसान की केले की फसल बता कर फर्जी तरीके से रेट तय कर रहे है। इसमे केला ग्रुप संचालक और सप्लायर तो खूब मालामाल हो रहे मगर किसान आज भी कर्ज में डूबा हुआ है वह परेशान है।
स्थानीय जनप्रतिनिधि भी किसानो के लिए कुछ नही कर पा रहे है
मंडी में बुरहानपुर जिले के हजारों किसान अपनी केले की फसलों को बेचने के लिए आते हैं मगर यहां पर आने के बाद उन्हे अपनी केले की फसल का सही मोल नहीं मिल पाता है तो जब उनका मन बड़ा दुखी होता है। और वह समझ भी नहीं पाते कि हमें बेवकूफ बनाया जा रहा है। केले की फसल की खरीदी बिक्री केला ग्रुप संचालक और सप्लायर के माध्यम से होती है। इसमें सिर्फ नुकसान किसानो का होता है। स्थानीय जनप्रतिनिधि भी किसानो के लिए कुछ नही कर पा रहे है। पहले ही बुरहानपुर जिले का किसान प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहा है। क्या बुरहानपुर जिले का किसान मजबूर है..? केले की फसल कम दामों पर बेचने के लिए। खबर प्रकाशित होने के बाद अगर इस मामले को लेकर अगर जांच हो तो कहीं ना कहीं कुछ न कुछ खामियां जरूर पाई जाएगी और मिलीभगत का बड़ा खुलासा होगा। अपने आप को ठगा महसूस नहीं करेंगे और केला ग्रुप और सप्लायर मालामाल नहीं होंगे मेहनत का फल सीधा किसानों को मिलेगा।
केले की फसल लगाने वाले किसान पहले ही परेशान हैं। उनका कहना है इसमें तो फसल की लागत तक नहीं निकल पा रही है। ऐसे में उन्हें तंगहाली झेलना पड़ रही है। उनकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है। केला उपज के भाव को लेकर शासन-प्रशासन स्तर से भी कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
क्या कहना है इनका
मुझे इसकी जानकारी नही है मे सोमवार को मिलूंगा
कृषि मंडी सचिव हरेंद्र सिंह सिकरवार







