
29 Aug 2023
बदनावर में लगे "कांग्रेस तुझसे बेर नहीं पर भाजपाई आयातित नेता की खेर नहीं" के पोस्टर
बदनावर(मनीष शर्मा)| बदनावर विधान सभा का चुनाव हर बार रोचक रहता है जिसमे पिछले दो तीन चुनाव सबसे सुर्खियों में रहे। कल रात को बाज़ार में लगे चर्चित पोस्टर ''कांग्रेस तुझसे बेर नहीं पर भाजपाई आयातित नेता की खेर नहीं'' से साफ जाहिर हो रहा है की कांग्रेस ने बदनावर विधान सभा सीट से भाजपा के पूर्व विधायक भॅवर सिंह शेखावत को टिकिट दे दिया है। उक्त पोस्टर समस्त कांग्रेस कार्यकर्त्ता विधान सभा बदनावर ने लगाया है। पोस्टर में शेखावत पर टिपणी करते हुवे लिखा है की जिस भाजपाई नेता को 2018 में बदनावर विधानसभा की जनता ने 42000 हजार वोटो से हरा कर वापस इंदौर भेज दिया था, जो अपने बेटे को पार्षद का चुनाव नहीं जीता सके वो नेताजी अब टिकिट के लालच में कांग्रेस में आ रहे है। सुर लय ताल छीन लो चाहे प्राणों से भैरव गाएंगे हम अब भी अगर नहीं बोले तो खुद को क्या मुँह दिखलाएंगे। आज की राजनीति में कब क्या हो जाए कोई कुछ नहीं बोल सकता। पर शेखावत जैसे भाजपा के वरिष्ठ कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़े जिसने कई गंभीर आरोप कांग्रेस पर लगाए थे ओर सिर्फ टिकिट के लिए कांग्रेस में आ जाए यह किसी भी भाजपाई के साथ कांग्रेसी कार्यकर्ताओ को भी नहीं हजम होगा। भाजपा ने शेखावत को कई अहम् ओहदे से नवाज़ा भी है। पिछला चुनाव 42 हजार जैसे विशाल आकड़ो से हारे व अपने बेटे को पार्षद का चुनाव भी नहीं जीता पाए शेखावत क्या बदनावर से चुनाव लड़ कर कांग्रेस को विजय दिला पाएंगे।
शेखावत के कांग्रेस से लड़ने पर पार्टी में घोर विद्रोह
कांग्रेस पिछली गलती फिर से दोहरा रही है पिछली बार युवा नेता डॉ अभिषेक सिंह टिंकू बना को टिकिट देकर पलटा दिया था एवं टिंकू बना का टिकिट बुजुर्ग कमलसिंह पटेल को दे दिया था जो उच्च शिक्षित राजवर्धन सिंह दत्तीगांव से भारी मतों से पराजय हुवे थे। कांग्रेस के स्थनीय उम्मीदवार हरिनारायण सिंह, अभिषेक सिंह टिंकू बना, मनीष बोकड़िया, प्रभा गौतम, शरदसिह सिसोदिया ने कांग्रेस के कई आंदोलन को अपने अपने स्तर पर किये। पार्टी कार्यकर्त्ता को जोड़ कर रखा, कई धार्मिक आयोजन में करोडो रूपए लगा दिए, लगातार पुरे विधानसभा में लगातार दौरे किये, इनको इसके बाद भी पार्टी किसी भाजपाई को टिकिट देगी तो क्या ये उम्मीदवार मन से कार्य कर पाएंगे यह बहुत बड़ा प्रश्न है कांग्रेस हाईकमान के लिए। अब देखना है की आने वाले समय में कांग्रेस में क्या बगावत होती है। शेखावत अगर कांग्रेस से चुनाव लड़ते है तो निश्चित ही कांग्रेस से बागी चुनाव में उतरेंगे जिससे भाजपा को चुनाव जितना आसान हो जायेगा।