बड़नगर रोड पुल हादसे पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने संवेदनाएं व्यक्त की

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि उज्जैन में ड्यूटी के दौरान क्षिप्रा नदी में वाहन गिरने से हुई दुर्घटना में उन्हेल के थाना प्रभारी अशोक शर्मा का असामयिक निधन हृदय विदारक है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शोकाकुल परिजन के प्रति अपनी गहन संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने बाबा महाकाल से दिवंगत पुण्यात्मा की शांति और परिजन को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।
शनिवार देर रात शिप्रा नदी के बड़े पुल पर एक बड़ा हादसा हो गया। उन्हेल थाना प्रभारी (टीआई) अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल निनामा और महिला आरक्षक आरती पाल जिस कार से लौट रहे थे, वह अचानक नदी में समा गई। रातभर चले सर्च ऑपरेशन के बाद रविवार सुबह टीआई और एसआई के शव बरामद कर लिए गए, जबकि महिला आरक्षक का देर शाम तक कोई पता नहीं चल सका था।
पुलिस के मुताबिक, कार शनिवार रात लगभग 9:30 बजे बड़नगर रोड पर बने पुल से गुजर रही थी। लगातार बारिश से नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ था और पुल पर सुरक्षा रैलिंग भी नहीं थी। ऐसे में कार तेज बहाव में गिरकर बह गई। हादसे के बाद से ही पुलिस, एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम राहत-बचाव कार्य में जुटी रही।
मंगलनाथ क्षेत्र से मिला टीआई का शव
लगातार 11 घंटे के रेस्क्यू अभियान के बाद सबसे पहले उन्हेल टीआई अशोक शर्मा का शव रविवार सुबह मंगलनाथ क्षेत्र में मिला। इसके बाद भैरवगढ़ इलाके में एसआई मदनलाल निनामा का शव बरामद हुआ। दोनों वर्दी में थे।
मोबाइल लोकेशन ने खोला राज
घटना की शुरुआत में स्पष्ट नहीं था कि कार में कौन लोग सवार थे। बाद में तीनों पुलिसकर्मियों के मोबाइल बंद मिले और उनकी आखिरी लोकेशन घटनास्थल के आसपास पाई गई। तभी आशंका पक्की हो गई कि कार में पुलिस टीम ही थी।
अब भी जारी है तलाश
महिला आरक्षक आरती पाल और कार का रविवार शाम तक कोई सुराग नहीं मिला था। पानी का तेज बहाव और मटमैला पानी गोताखोरों के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ था। खोज के लिए ड्रोन कैमरों की भी मदद ली जा रही थी।
इसलिए निकले थे तीनों पुलिसकर्मी
दरअसल, ग्राम गुराड़िया सांग की एक महिला लापता हुई थी। उसकी तलाश में उन्हेल टीआई, एसआई और महिला आरक्षक रात को चिंतामण क्षेत्र की ओर रवाना हुए थे। इसी दौरान बड़ा हादसा हो गया।
हादसे ने उठाए सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल पर रैलिंग न होने की वजह से यह हादसा हुआ। लगातार बारिश से नदी का उफान और खतरे को और बढ़ा गया। पुलिस का कहना है कि गोताखोरों की मदद से कार निकालने के प्रयास जारी हैं।