शिक्षा की गुणवत्ता में लगातार सुधार होना आवश्यक - कलेक्टर रौशन कुमार सिंह

कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने शिक्षा, उच्च शिक्षा विभाग, सर्व शिक्षा, समग्र शिक्षा तथा आदिम जाति कल्याण विभाग में संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा कर संबंधितों को निर्देश दिए कि शिक्षा की गुणवत्ता में लगातार सुधार लाया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि शासन के निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाना सुनिश्चित किया जाए। बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों, प्राचार्यों को सम्मानित किया जाए।
कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने निर्देश दिए कि शिक्षकों की उपस्थिति शत-प्रतिशत हो, यह सुनिश्चित किया जाए। विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति का वितरण समय पर हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। छात्रवृत्ति के प्रकरण लंबित न हों और तकनीकी समस्या आने पर अपने वरिष्ठ अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर उनका समय पर निराकरण किया जाए। कलेक्टर सिंह ने संकुलवार समीक्षा के दौरान संकुल प्रभारियों को निर्देश दिए कि वे समय-समय पर मॉनिटरिंग करें। कलेक्टर सिंह ने इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी को भी निर्देश दिए कि वे भी जिला स्तर पर किए गए कार्यों की समीक्षा करें। लोकसेवक की उपस्थिति शत-प्रतिशत होना चाहिए। छात्रों की अपार आईडी बनाने की कार्यवाही की प्रगति की समीक्षा कर उक्त कार्य में तेजी लाई जाए।
कलेक्टर सिंह ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अधिक से अधिक भ्रमण कर शिक्षा की गुणवत्ता एवं अन्य कार्यों की समीक्षा करें। जिला साक्षरता की समीक्षा के दौरान बताया गया कि फरवरी 2025 में सम्पन्न हुई परीक्षा में प्रदेश में उज्जैन जिला प्रथम स्थान पर रहने के कारण संबंधित अधिकारी की प्रशंसा की। इस वर्ष दूसरे चरण की परीक्षा 20 सितम्बर को आयोजित होगी, इसमें 80 हज़ार 500 नवसाक्षर का राज्य सरकार ने लक्ष्य दिया है। जिले के 05 विद्यालयों के प्राचार्यों ने अगस्त माह में ऑनलाइन शिक्षक एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज होने पर निलीमा सोनी, विकास मालवीय, महेश पाटीदार, चंद्रा नहाटे आदि को कलेक्टर ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।