
17 Aug 2023
घायल छात्रों का मेडिकल कराने के बाद मिशनरी स्कूल संचालिका और टीचर्स के खिलाफ केस दर्ज
नागदा। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निकाली गई तिरंगा यात्रा के दौरान छात्रों द्वारा जय श्रीराम के नारे लगाने पर मिशनरी स्कूल डायरेक्टर और टीचर ने आपत्ति लेते हुए छात्रों को स्कूल के एक कमरे में ले जाकर पीटा, इस मामले में एक छात्र के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने स्कूल डायरेक्टर और टीचर के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाते हुए लगभग आधा दर्जन बच्चों का मेडिकल भी करवाया है।
दरअसल यह मामला जिले की नागदा तहसील के मिशनरी स्कूल, मदर मेरी हायर सेकेंडरी स्कूल का है। स्कूल द्वारा 15 अगस्त को तिरंगा यात्रा निकाली गई थी, जिसमें शामिल कुछ बच्चों ने जय श्रीराम के नारे लगाये थे, इसी बात को लेकर मदर मेरी हायर सेकेंडरी स्कूल की डायरेक्टर मारिया शेखावत और टीचर विश्वजीत जायवाल ने जय श्रीराम के नाम लगाने वाले 10 छात्रों को स्कूल के कमरे में ले जाकर पीट दिया। इस घटना के बाद मिशनरी स्कूल की करतूत पर लोगों को आक्रोश है। उनका कहना है कि भगवान श्री राम के देश में रहकर मिशनरी स्कूल चला मनमानी फीस वसूलने वाले यह लोग भगवान श्रीराम से इतनी नफरत करते हैं कि उनका नाम लेने वाले 10 छात्रों की बेरहमी से पिटाई की।
घर पहुंचने के बाद परिजनों को बताया पिटाई के बारे में...
तिरंगा यात्रा में शामिल एक स्कूली छात्र ने अपने घर पर जब इस घटना को बताया तो परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे और मिशनरी स्कूल डायरेक्टर और टीचर के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई।
मेडिकल रिपोर्ट में हुआ मारपीट का खुलासा
नागदा थाना प्रभारी निलिन बुधौलिया ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट में बच्चों को पिटाई के कारण आई चोट की पुष्टि हुई है ।मामले में धारा 323, 294, 34 के तहत स्कूल डायरेटर मारिया शेखावत व टीचर विश्वजीत जायसवाल के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर लिया है। सूत्रों के अनुसार आधा दर्जन बच्चों का मेडिकल भी पुलिस द्वारा करवाया गया है।
राष्ट्रगान के बाद जय मेरियेंस बुलवाया जाता है…
सूत्रों के अनुसार स्कूली छात्रों का आरोप है कि नागदा तहसील के मदर मेरी हायर सेकेंडरी स्कूल में प्रतिदिन छात्रों से स्कूल प्रेयर में राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान के बाद जय मेरियंस बुलवाया जाता है। इधर स्कूल डायरेक्टर का कहना है कि तिरंगा यात्रा में कुछ छात्रों ने स्कूल का अनुशासन तोड़ा । बच्चों को स्कूल से निकालने की धमकी और गाली-गलौज के सवाल पर डायरेक्टर मारिया शेखवात ने कहा कि ये आरोप गलत हैं। इधर बच्चों के परिजनों का कहना था कि स्कूल की डायरेक्टर और टीचर झूठ बोल रहे हैं।