
24 Aug 2023
24 साल से मामला कोर्ट में उलझा हुआ था, यूडीए के पक्ष में फैसले के बाद निर्णय
उज्जैन। पिछले करीब 25 साल से आधी अधूरी पड़ी एमआर 11 रोड को पूरा करने का रास्ता हाईकोर्ट के निर्देश से साफ हुआ है। इसके बाद विकास प्राधिकरण इसके निर्माण की तैयारी कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि इंदौर देवास मार्ग के बीच उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा यह आधी बनाई जा चुकी है, लेकिन कोर्ट केस के कारण यह पूरी नहीं हो रही थी। प्राधिकरण अब 10 करोड़ रुपए खर्च कर पूरी करेगा। देवास रोड और इंदौर रोड के बीच शिप्रा विहार कॉलोनी को जोडऩे के लिए यूडीए ने 25 साल पहले रोड बनाई थी, लेकिन कोर्ट केस होने से यह अधर में पड़ गई, ऐसी कि अब तक यह पूरी नहीं हो सकी। यूडीए के अधिकारियों ने बताया कि हाईकोर्ट ने अब यह निर्देश दिया है कि रोड निर्माण का काम रोका नहीं जा सकता। इस निर्देश के बाद प्राधिकरण प्रशासन इसे पूरी करने की तैयारी में जुट गया है। रोड का कुछ हिस्सा इंजीनियरिंग कॉलेज के अंतर्गत है और एक हिस्सा प्राधिकरण के अंतर्गत। एक किसान द्वारा मुआवजे को लेकर कोर्ट केस किया गया था। इसी कारण रोड का काम अधर में पड़ गया था। लेकिन कोर्ट में प्राधिकरण द्वारा जब अपना पक्ष रखा गया तो फैसला विभाग के पक्ष में आया।
शिप्रा विहार कॉलोनी में बड़ी कंपनियों को देंगे प्लाट...
शिप्रा विहार कॉलोनी में विकास प्राधिकरण द्वारा होटल आदि के लिए बड़े प्लॉट विकसित किए जा रहे हैं ताकि ताज समूह जैसी बड़ी कंपनियों को प्लॉट आवंटित कर शहर के विकास को रफ्तार दी सके। एमआर 11 रोड के बनने से यह काम आसान होगा। प्राधिकरण करीब 10 करोड़ रुपए खर्च कर इसे बनाएगा। कोर्ट का फैसला प्राधिकरण के पक्ष में आने के बाद अब यह कवायद शुरू होने जा रही है।