8 Oct 2023
लगातार हार का मुंह देख रही कांग्रेस को जावद सीट पर करना होगा गहरा मंथन,कांग्रेस में गुटबाजी बरकरार और दावेदारों की खींचतान फिर बिगाड़ सकती है समीकरण
सिंगोली। भाजपा में लगातार जीत के लिहाज से जावद विधानसभा सीट मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट मानी जाती है, जहां 2003 से 2018 तक चार बार लगातार भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की। लेकिन इस बार जावद विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे इस माहौल इस बार कशमकश भरा है…
2018 के विधानसभा की बात करें तो जावद सीट पर 10 से अधिक उम्मीदवार आमने-सामने थे, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी कांग्रेस निर्दलीय के बीच रहा था.। बीजेपी के ओमप्रकाश सखलेचा को चुनाव में 52316 वोट मिले तो कांग्रेस के राजकुमार अहीर के खाते में 48045 वोट आए तो वही निर्दलीय उम्मीदवार समंदर पटेल को 35000 हजार वोट मिले। ओम प्रकाश सखलेचा ने 4227 मतों के अंतर से चुनाव में लगातार चौथी जीत दर्ज की। चुनावी राजनीति का इतिहास खंगाला जाए तो यह सीट ज्यादातर बीजेपी पार्टी के कब्जे में रही हैं। अब ऐसे में 2023 के विधान सभा चुनाव में मध्य प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने की चाहत रखने वाली कांग्रेस भाजपा को पांचवी बार जितने से रोकना चाहेगी, प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव नजदीक है और नीमच जिला काले सोने के नाम से मशहूर अफीम की खेती के लिए विश्व प्रसिद्ध है. इस जिले में भी चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है. जिले में तीन विधानसभा सीटें आती हैं जिसमें जावद अहम सीट है.जावद सीट पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है.हालांकि बीजेपी का गढ़ माने जाने जिले में पार्टी की स्थिति काफी मजबूत है.यहां पर भी दोनों ही प्रमुख दलों में टिकट के दावेदारों की सूची लंबी है. यहाँ से वर्तमान विधायक कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा को लेकर पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ता कुछ नाराज हैं। माना जा रहा है कि नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में वर्तमान मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा के जनाधार पर भी असर पड़ा है. वहीं कांग्रेस भी इस बार आक्रमक मूड में है.हालांकि जावद सीट की डगर कांग्रेस के लिए आसान नहीं मानी जा रही है।
बात करें 2013 जावद विधानसभा के नतीजों की तो यहाँ बीजेपी के ओम प्रकाश सकलेचा को 56,154 मत
निर्दलीय प्रत्याशी राजकुमार रमेशचंद अहीर को 42,503 मत और कांग्रेस के रघुराज सिंह को 19,216 मत मिले जबकि 3464 वोट नोटा में गए….यहाँ जीत का अंतर जीत का अंतर 13651 रहा…!
चुनाव में कुल 126032 मत पड़े थे जिसका कुल प्रतिशत कुल 80.12% रहा
कैसा रहा राजनीतिक इतिहास
जावद सीट पर पिछले कुछ चुनावों के परिणामों पर नजर डालें तो यहां पर बीजेपी का ही दबदबा दिखा है. 2003 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी ओमप्रकाश सखलेचा ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री घनश्याम पाटीदार को हराया था 2008 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी ओम प्रकाश सखलेचा ने कांग्रेस के राज कुमार अहीर को 4200 मतों के अंतर से हरा दिया.2013 में भी जावद सीट का परिणाम यही रहा. बीजेपी प्रत्याशी ओम प्रकाश सखलेचा ने जीत की हैट्रिक लगाते हुए लगातार तीसरी जीत दर्ज कराई.2018 में भी ओम प्रकाश सखलेचा ने लगातार चार बार जीतकर कीर्ति मान रच डाला…!
वही जावद विधानसभा 2023 के चुनाव में भाजपा पार्टी से उम्मीदवारी की बात करें तो कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा का नाम सबसे पहले आता हैं। इनकी दावेदारी मानी जा रही हैं । तो वही दूसरा नाम पुरण अहीर का आता हैं। पुरण अहिर की पकड़ क्षेत्र में तो मजबूत मानी जाती हैं लेकिन हाई कमान के बीच में इनकी पकड़ मजबूत नही मानी जाती हैं। भाजपा पार्टी आख़िर कार इनमें से किसी एक को मौका दे सकती हैं। कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा का पलड़ा भारी लग रहा हैं। और भाजपा पार्टी पांचवी बार सखलेचा पर दांव लगा सकती हैं।
तो वही कांगेस पार्टी से पांच दावेदार हैं जहाँ देखना होगा कि आखिर कांग्रेस पार्टी किसके नाम पर मोहर लगाती हैं…! जैसे समंदर पटेल का नाम सबसे पहले नंबर पर हैं। तो वही दूसरे नंबर पर ,सत्य नारायण पाटीदार,का माना जा रहा हैं। तो वही तीसरे नंबर पर राज कुमार अहीर का नाम माना जा रहा हैं। बाल किशन धाकड,प्रकाश रांका ये पांच दावेदार हैं।
कांग्रेस पार्टी समंदर पटेल को चुनावी मैदान में उतार सकती हैं।
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