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महाशिवरात्रि पर लाखों भक्तों ने किए महाकाल दर्शन

9 Mar 2024

आज दोपहर में होगी भगवान महाकाल की भस्म आरती, सुबह से शुरू होंगे सेहरा दर्शन

उज्जैन। महाशिवरात्रि पर महाकालेश्वर मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन के लिए पहुंचे। सुबह से ही बड़ी संख्या श्रद्धालुओं के आने का दौर शुरू हो गया था जो देर रात तक अनवरत चलता रहा। देर रात से भगवान का सेहरा श्रृंगार शुरू हुआ। आज सुबह 10:30 बजे तक श्रद्धालु दूल्हा बने भगवान महाकाल के सेहरा दर्शन कर सकेंगे। वहीं वर्ष में एक बार आज दोपहर में भस्म आरती होगी।


महाशिवरात्रि पर महाकालेश्वर मंदिर में गुरुवार शुक्रवार की दरमियानी रात 2:30 से दर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया था। इसके बाद से लगातार श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन के लिए पहुंचते रहे। शुक्रवार रात 12:00 बजे तक लगभग 10 लाख लोग भगवान महाकाल के दर्शन कर चुके थे। इसके उपरांत मध्य रात्रि में भगवान का विशेष पूजन अर्चन और श्रृंगार आरंभ हो गया था। भगवान महाकाल का मनोहरी सप्तधान तथा फूलों से सेहरा सजाया गया। तड़के से ही सेहरा दर्शन का दौर शुरू हो गया था। महाशिवरात्रि के दूसरे दिन भगवान महाकाल की वर्ष में एक बार दोपहर में भस्म आरती होती है। आज दोपहर 12:00 से बस मारुति की शुरुआत होगी और 1:30 तक आरती चलेगी। 10 मार्च आरंभ होने से लगभग डेढ़ घंटे पहले मंदिर में सरदारों का प्रवेश रोक दिया जाएगा। 10 महर्षि पूर्ण होने के बाद फिर से दर्शनों का सिलसिला शुरू हो जाएगा जो आज रात शायद आरती तक चलेगा। महाशिवरात्रि पर महाकालेश्वर मंदिर सहित संपूर्ण क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। निगरानी के लिए लगातार दो ड्रोन कैमरे महाकाल क्षेत्र में उड़ाए जा रहे थे। इसके अलावा 1800 पुलिस जवानों की ड्यूटी भी लगाई गई थी। महाकाल मंदिर की ओर आने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर महाशिवरात्रि के 1 दिन पहले से ही वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था।


श्रद्धालों के लिए चली निशुल्क बसें

महाशिवरात्रि के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क बस सुविधा की व्यवस्था की गई। आने वाले श्रद्धालों ने पार्किंग स्थल से आने जाने के लिए बस सुविधा का लाभ उठाया। स्थापित की गई वाहन पार्किंग से श्रद्धालु मंदिर के प्रवेश द्वार पर सरलता से आवागमन कर सके,इस हेतु 100 बसें वाहन पार्किंग से मंदिर के प्रवेश द्वार तक निःशुल्क चलाई गई, जिससे श्रद्धालु पार्किंग स्थल से मंदिर के प्रवेश तक सरलता से पहुंच पाए। सकें। कई स्थानों पर बनाई गई वाहन पार्किंग में पेयजल, शौचालय, प्राथमिक उपचार की व्यवस्था एवं पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था की गई थी।



हर 200 मीटर पर रही पेयजल


श्रद्धालुओं को पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मंदिर में प्रवेश के लिए निर्धारित द्वार से प्रति 200 मीटर पर पेयजल की व्यवस्था के लिए अस्थायी प्याऊ स्थापित किये गए, साथ ही पार्किंग स्थल पर पेयजल व्यवस्था हेतु श्रद्धालुओं की सुविधा अनुसार पीने के पानी के टैंकर खड़े किए गए। ग्रीष्म ऋतु को दृष्टिगत रखते हुए श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था के अंतर्गत श्रद्धालुओं के लिए निर्धारित प्रवेश द्वार से लेकर निर्गम द्वार तक, निर्गम द्वार से जूता स्टेण्ड तक सम्पूर्ण मार्ग पर मैटिंग बिछाई जाकर शामियाना लगाया गया है, जिससे श्रद्धालु पूर्ण समय छाया में रहकर बाबा महाकाल के दर्शन लाभ प्राप्त कर सके।


प्राथमिक उपचार की सुविधा


महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार सुविधा उपलब्ध कराये जाने के लिए त्रिवेणी इंटरप्रिटेशन सेंटर के समीप स्थापित वाहन पार्किंग, कर्कराज महादेव मंदिर के समीप स्थापित वाहन पार्किंग, चारधाम मंदिर पार्किंग स्थल, हरसिद्धि मंदिर चौराहा, मानसरोवर भवन, महाकाल प्लाजा,फेसेलिटी सेंटर-01, महाकालेश्वर मंदिर परिसर, भस्मार्ती द्वार गेट नम्बर 04, निर्गम द्वार इत्यादि स्थानों पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की गई। उक्त प्राथमिक उपचार केन्द्रो पर चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ तैनात रहें, साथ ही एम्बुलेंस भी खड़ी की गई है, जिससे विशेष परिस्थितियों में श्रद्धालुओं को अस्पताल पहुंचाया जा सकें।शक्तिपथ पर बेंगलोर की श्रद्धालु वंदना पति बिजयेंद्र राव के चक्कर खाकर गिरने से तत्काल बेरिकेट से बाहर करके मेडिकल सहायता दिलवाई गई जिसके स्वस्थ है।


फ्लेक्स बोर्ड दिशा सूचक की व्यवस्था


श्रद्धालुओं सरलता से महाकालेश्वर मंदिर एवं अन्य आवश्यक मूलभूत सुविधाएं वाले स्थल तक आवागमन कर सके इस हेतु शहर के प्रमुख मार्गो पर दिशा सूचक बोर्ड स्थापित किए गए, साथ ही सम्पूर्ण दर्शन मार्ग, मंदिर परिक्षेत्र एवं निर्गम द्वार से जूता स्टेण्ड, वाहन पार्किंग, लड्डू प्रसाद काउण्टर, प्राथमिक उपचार सुविधा पेयजल वितरण स्थल इत्यादि तक पहुंचने ने के लिए फ्लेक्स लगाए गए । सुरक्षा के लिए मंदिर के चयनित स्थानों पर अस्थाई रूप से महाकाल थाने के सामने,हरसिद्धि मंदिर चौराहा,चारधाम मंदिर, माधव सेवा न्यास, नृसिंह घाट, त्रिवेणी संग्रहालय के आस-पास, महाकाल महालोक कंट्रोल रूम के पास एवं अन्य चयनित स्थानों पर 24×7 फायर स्टेशन नगर निगम के माध्यम से स्थापित किए गए है।


खोया-पाया केन्द्र


आगंतुक श्रद्धालुओं को समय-समय पर अन्य आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान करने के उद्देश्य से सेक्टर अनुसार पी.ए. सिस्टम, सहायता केंद्र एवं खोया-पाया केन्द्र स्थापित किए जाकर उक्त पी. ए. सिस्टम व खोया-पाया केन्द्र पर पुलिस बल, कर्मचारी, स्काउट गाईड के कर्मचारी तैनात रहें ।


सी.सी.टी.वी. कैमरे से भी की गई निगरानी


आगंतुक श्रद्धालुओं की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए मंदिर परिक्षेत्र एवं सम्पूर्ण दर्शन मार्ग पर 600 सी.सी.टी.वी कैमरे लगाए जाकर कंट्रोल रूम का संचालन किया गया। उक्त स्थापित किए गए कंट्रोल रूम में लगी सी.सी.टी.वी सर्विलांस एवं एल.ई.डी. के माध्यम से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा सतत् निरीक्षण किया जाकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखी गई, साथ ही श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल के सजीव दर्शन कराने के उद्देश्य से सम्पूर्ण दर्शन मार्ग, स्थापित पार्किंग एवं मंदिर परिक्षेत्र के चयनित स्थानों पर बड़ी आउटडोर एल.ई.डी. स्थापित की गई है जिससे श्रद्धालु बाबा महाकाल के सजीव दर्शन कर सकेंगे।


6 फील चेयर व ई-कार्ट की व्यवस्था


आगंतुक वृद्धजन एवं निःशक्तजन श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल के सरल-सुलभ दर्शन कराए जाने के उद्देश्य से मंदिर परिक्षेत्र के समीप निर्धारित पार्किंग स्थल पर ई-कार्ट इत्यादि खड़ी की गई जिसमें बैठकर श्रद्धालु मंदिर के प्रवेश द्वार पहुंच कर व्हील चेयर के माध्यम से बाबा महाकाल के दर्शन किए।


शांति एवं कानून व्यवस्था


महाशिवरात्रि पर्व पर आगंतुक श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या को दृष्टिगत रखते हुए शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु मंदिर परिक्षेत्र आवश्यकतानुसार अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी जिला उज्जैन के माध्यम से कार्यपालिक दण्डाधिकारियों को पाबंद किया गया है। साथ पुलिस, मंदिर समिति का अमला भी मुस्तैद रहा।


बेरिकेटिंग की व्यवस्था


आगंतुक श्रद्धालुओं को सरल-सुलभ दर्शन कराए जाने के उद्देश्य से सम्पूर्ण दर्शन मार्ग में वैरिकेटिंग की गई , जिसके अंदर प्रवेश कर श्रद्धालु सीधे मंदिर पहुंचकर भगवान के दर्शन उपरांत निर्गम द्वार के रास्ते बाहर निकलकर अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर सकें।

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