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कल सोमवती अमावस्या, शिप्रा में होगा पर्व स्नान

7 Apr 2024

रात 10 बजकर 10 मिनट से लगेगा सूर्य ग्रहण, 4 घंटे 32 मिनिट की अवधि का रहेगा

उज्जैन। अमावस्या इस बार 8 अप्रैल को सोमवार के दिन अमावस्या आ रही है। इस कारण आज सोमवती अमावस्या का संयोग बन रहा है। आज सुबह से रामघाट और बावन कुंड पर हजारों लोग शिप्रा स्नान करना शुरु कर देंगे। वहीं आज रात 10 बजे से सूर्यग्रहण शुरु हो जाएगा।हालांकि यह भारत में नहीं दिखेगा।


उल्लेखनीय है कि देवी की आराधना का पर्व चैत्र नवरात्रि कल 9 अप्रैल से प्रारंभ हो रहा है। इससे ठीक एक दिन पहले आज सोमवती अमावस्या है और इसी दिन साल का पहला सूर्यग्रहण लगेगा, जो भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए यह भारत में मान्य नहीं है और इसका सोमवती अमावस्या पर किए जाने वाले अनुष्ठानों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। आज तडक़े से ही साधक शिप्रा नदी के घाटों पर स्नान, दान, पूजा-अर्चना और पितरों का तर्पण कर सकेंगे। इस दिन महिलाएं अखंड सौभाग्य की कामना के लिए व्रत रखकर 108 संकल्प परिक्रमा करेंगी। दान-पुण्य करके बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लेंगी।


पं. अमर डब्बावाला ने बताया कि पंचांग के मुताबिक चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की आज अमावस्या तिथि को सूर्यग्रहण लगेगा। भारत में नहीं दिखने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। वेधशाला अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त ने बताया कि इस वर्ष का पहला सूर्यग्रहण भारतीय मानक समय के अनुसार आज 8 अप्रैल की रात 10 बजकर 10 मिनिट से आरंभ होगा, जो 9 अप्रैल की मध्यरात्रि 1 बजकर 24 मिनिट और 5 सेकंड पर खत्म होगा। इसकी अवधि 4 घंटे 32 मिनिट रहेगी। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको सहित अन्य देशों में दिखाई देगा। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि ऐसा सूर्यग्रहण अब 2044 में पड़ेगा। यह लंबा सूर्यग्रहण है। भारत में सूर्य ग्रहण के दिखाई नहीं देने के कारण इसका कोई भी प्रभाव धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ पर नहीं पड़ेगा। इसलिए इसी दिन पड़ रही सोमवती अमावस्या विशेष फलदायी है। इस दिन पेंद्र योग और उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र का संयोग भी बन रहा है। ऐसे में व्रत, स्नान-दान करने से पितरों को मोक्ष के निमित्त किए गए उपाय फलदायी होंगे। इधर एक दिन पहले सोमवती अमावस्या स्नान की शिप्रा के घाटों पर तैयारियां की जा रही थी। महिलाओं के लिए वस्त्र बदलने हेतु शेड तथा अन्य व्यवस्थाएं घाटों पर की गई है। इसके अलावा साफ-सफाई का काम भी दो दिन से चल रहा है। नगर निगम के अधिकारियों ने एक दिन पहले घाटों का दौरा कर व्यवस्थाएं भी देखी थी।


अनेक शुभ योग लेकर आई है अमावस्या


ज्योतिषाचार्यों के अनुसार आज सोमवती अमावस्या पर सूर्य, चंद्र, राहु एवं शुक्र का चतुग्र्रही योग मीन राशि पर बन रहा है। इस युति से जहां धार्मिक उन्माद बढ़ेगा, वहीं राजनेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर प्रारंभ होगा। यह सामाजिकता पर प्रतिकूल असर डालेगा। कई ग्रहों की युति से भूकंप, आंधी-तूफान इत्यादि से जन-धन की हानि होने की संभावना रहती है। यह चतुग्रेही योग धम की राशि मीन में बन रहा है। अत: धार्मिक क्षेत्रों में विशेष सावधानी की जरूरत है। वहीं शुक्र ग्रह फिल्म मनोरंजन से संबंधित क्षेत्रों में व्यवधान उत्पन करेगा। चंद्रमा के चतुग्र्रही योग में शामिल होने से समुद्र में हलचल का खतरा बढ़ जाता है। चतुग्र्रही योग का प्रभाव आगामी एक माह तक प्रभावशाली रहता है।

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