
3 Oct 2023
आरोपी के अवैध निर्माणों पर कार्रवाई को लेकर नगर निगम का रुख स्पष्ट नहीं
उज्जैन। दुष्कर्म की शिकार सतना जिले की बालिका का इंदौर में उपचार जारी है। उसकी सेहत में सुधार होने की खबर है। इधर पुलिस दुष्कर्म के आरोपी भरत सोनी की 7 दिन की न्यायिक हिरासत पूर्ण होने और उसके बाद रिमांड का इंतजार कर रही है। आरोपी के अवैध निर्माण की जानकारी भी नगर निगम को दी जा चुकी है। दूसरी और पीड़ित बालिका को मंदबुद्धि बताया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि कहीं यह केस को कमजोर करने की कोशिश तो नहीं..?
मिली जानकारी के मुताबिक उपचार के दौरान इंदौर में दुष्कर्म पीड़ित बालिका की सेहत में सुधार हो रहा है। 20 डॉक्टर्स की टीम उसकी देखभाल कर रही है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले उज्जैन में सतना निवासी बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के बाद उसे इलाज के लिए इंदौर के एमटीएच अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। बच्ची की हालत में रोजाना सुधार देखने को मिल रहा है। पूरे समय कोई न कोई डॉक्टर उसके साथ रहता है। इनके अलावा बच्ची के पास किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है। जानकारी यह भी है कि बच्ची बात भी करने लगी है, लेकिन डॉक्टर उसकी बात समझ नहीं पाते हैं, क्योंकि वह बघेली भाषा में बात करती है। वहीं बच्ची भी डॉक्टर्स की बात नहीं समझ पाती है। अभी भी बच्ची को लिक्विड डाइट ही दिया जा रहा है। डॉक्टर अभी इस बात को नहीं बता पा रहे हैं कि बच्ची को ठीक होने में और कितना समय लगेगा। अभी मनोचिकित्सकों के माध्यम से उसकी काउसंलिंग भी की जा रही है।
पीड़ित बालिका विद्यार्थी तो मंदबुद्धि कैसे..?
इधर उज्जैन में पुलिस को घटनास्थल जीवनखेड़ी से बालिका यूनिफार्म मिली है। दूसरी और पुलिस घटना के बाद से मीडिया में कई बार पीड़ित बालिका को मंदबुद्धि करार दे रही है। जबकि वह सतना में कक्षा आठवीं की छात्रा है। बता दें कि सतना की नाबालिग छात्रा पिछले सोमवार सुबह बडऩगर रोड पर अर्धनग्न अवस्था में मिली थी। जांच में उसके साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी। उपचार के लिए उसे इंदौर रेफर किया गया था। घटना के दौरान उसने स्कूल की यूनिफार्म पहन रखी थी। जो पुलिस के हाथ लग चुकी है। ऐसे में पीड़ित बालिका को मंदबुद्धि बताना कहीं ना कहीं इस केस को कमजोर करने की कोशिश हो सकती है। बुद्धिजीवियों में चर्चा है कि बगैर जांच के किसी को भी पीड़ित बालिका को वह मंदबुद्धि है इसका सर्टिफिकेट देने का कोई अधिकार नहीं है। इसका फायदा आरोपियों को मिल सकता है।
केस को मजबूत करने के लिए अन्य साक्ष्य भी जरूरी
उल्लेखनीय है कि घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने अनेक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले थे। इसके आधार पर पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपी भरत सोनी निवासी नानाखेड़ा को गिरफ्तार किया था। आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से उसे सात दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस जीवनखेड़ी पहुंची थी। जहां तलाशी के दौरान बालिका की यूनिफार्म मिली है। इसके अलावा कोर्ट में अपना पक्ष मजबूत करने के लिए पुलिस डीएनए व अन्य वैज्ञानिक साक्ष्यों को जुटा रही है। पुलिस अब आरोपी के सात दिन की न्यायिक हिरासत खत्म होने का इंतजार कर रही है।

आरोपी के अवैध कब्जों पर मेहरबान रही नगर निगम

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक दुष्कर्म के आरोपी भरत सोनी का भाई अर्जुन सोनी भी नानाखेड़ा थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश रहा है। उसी के नाम पर आरोपी ने अपने वर्तमान अवैध निर्माण किए गए निवास पर पर्यटन विभाग की होटल के सामने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे कर रखे हैं। लगभग 20 सालों से नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी भी इसे लगातार नजर अंदाज करते हुए आश्रय देते रहे। घटना के इतने दिनों बाद भी नगर निगम की ओर से आरोपी के अवैध कब्जे को हटाने की कार्रवाई के अभी तक कोई आधिकारिक संकेत नहीं दिए जा रहे हैं। इसकी शहर में चारों ओर चर्चा है।

आरोपी भरत सोनी और उसके भाई अर्जुन सोनी ने मिलकर नानाखेड़ा से डी आई जी ऑफिस जाने वाले शहर के मुख्य मार्ग पर अवंतिका होटल के समीप बीएसएनएल ऑफिस के सामने की और लगभग 1000 स्क्वायर फीट से अधिक सरकारी जमीन पर लंबे समय से अवैध कब्ज़ा जमा रखा है| यह कब्ज़ा नगर निगम के जोन क्रमांक 6 कार्यालय से मात्र 500 मीटर दूरी पर है| सूत्रों के मुताबिक अपराधियों के संबंध क्षेत्र के बड़े नेता से हैं जिस कारण से से नगर निगम सीधे कारवाही करने से बच रहा है| वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इनके ताल्लुकात जोन क्रमांक 6 में बैठे एक बड़े अधिकारी से होना भी बताते हैं| अब देखना यह है कि मंगलवार के दिन नगर निगम अवैध कब्जे को हटाने की कार्रवाई करता है या इसे जन सुनवाई का दिन बता कर कार्रवाई को बुधवार पर टाल दिया जाएगा|
इस मामले में समय पर कार्रवाई ना होने का एक कारण रविवार और गाँधी जयंती की छुट्टी होना माना जा रहा है|
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