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" विवाह बंधन दो व्यक्तियों को शिव व शक्ति के स्वरूप में प्रतिष्ठित कर दिव्य सरंक्षण प्रदान करता है "

(सहजयोग में इस दिव्य संस्कार का महत्वपूर्ण स्थान है।)

" विवाह बंधन दो व्यक्तियों को शिव व शक्ति के स्वरूप में प्रतिष्ठित कर दिव्य सरंक्षण प्रदान करता है "

मालवा हेराल्ड |भारतीय संस्कृति में विवाह संस्कार को एक दिव्य संस्कार माना गया है। इस संबंध में दो व्यक्तियों को सृष्टि की विकास यात्रा में परमात्मा द्वारा नियुक्त किया जाता है जहां वे एक दूसरे के पूरक होते हैं, प्रतिद्वंद्वी नहीं। यह एक आत्मिक संबंध होता है जिसके आनंद को आत्मसाक्षात्कार की प्राप्ति के द्वारा गहनता से अनुभव किया जा सकता है। सहजयोग संस्थापिका परम पूज्य श्री माता जी निर्मला देवी जी अपने प्रवचन में कहते हैं कि,
"विवाह एक मंगलमय संयोग है। मानव जीवन में यह सबसे अधिक मंगलमय संयोग है। यह मंगलकारी है। यही कारण है कि यह आनंददायी है l और इसी मंगलमयता के साथ चैतन्य पूरे विश्व में बहता है l विवाह आनंद देने के लिए है। यह प्रसन्नता देने के लिए, खुशी देने के लिए है, और हम कह सकते है l कि दो इंसानों के मिलन से जो कुछ भी हम प्राप्त करने का सोच सकते हैं, उन सभी तरह के आशीर्वादों के लिए है। यह अत्यंत घनिष्ठ और व्यक्तिगत संबंध है, जिसका सम्मान करना होगा। इस संबंध का किसी भी कारण से अनादर नहीं करना चाहिए, या इसे अविवेकपूर्ण ढंग से बर्बाद नहीं करना चाहिए। जो लोग अपने साथी का जीवन में आदर नहीं कर सकते, उन्हें अन्य किसी भी जगह सम्मान नहीं मिलेगा।
जो लोग अपने जीवन साथी के साथ दुर्व्यवहार करते हैं, या किसी भी तरह से उनकी छवि को खराब करने की कोशिश करते हैं, वे अपना ही नुकसान कर रहे हैं। एक दूसरे को समझने की कोशिश करें, एक दूसरे को सुशोभित करें - सुधारने की नहीं, अपितु सुशोभित करें। जैसे एक आभूषण जब किसी व्यक्तित्व के साथ संलग्न किया जाता है, तो वह आभूषण उस व्यक्ति की शोभा बढ़ाता है, ठीक इसी प्रकार एक-दूसरे को सुशोभित करने की कोशिश करें। अतः जीवन की शोभा व सुंदरता इस मंगलमय संबंध से आती है। इस संबंध को हर हाल में बनाए रखना होगा। विवाह एक ऐसा बंधन है जो समाज को माँ की कृपा से सुशोभित दिव्य सरंक्षण में बांध कर रखता है।"
(29 नवंबर 1981)

सहजयोग ध्यान से विवाह के सभी आशीर्वाद साधक को मिलते है जिस से उन का जीवन संतुष्ट, शांतिपूर्ण और आनंदमय रहता है l तो आज ही सहजयोग द्वारा निःशुल्क आत्मसाक्षात्कार प्राप्त करे। अधिक जानकारी हेतु हमारे हेल्पलाइन नंबर 18002700800 पर कॉल कर सकते हैं या वेबसाइट www.sahajayoga.org.in पर देख सकते हैं।

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