कई शारीरिक व मानसिक बीमारियों से निजात दिलाता है सहज योग का अभ्यास
सहजयोग

मालवा हेराल्ड हम हमेशा से सुनते आ रहे हैं, यदि इन्सान में इच्छा शक्ति हो तो वो हर चीज़ कर सकता है | जब यह तथ्य सही है तो व्यक्ति अपने स्वास्थ्य को भी सुधार सकता है | प्राचीन समय ने हमें विरासत में कई तकनीक दी हैं, जिनके सही उपयोग से व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है, बस जरुरत है इन्हें समझने व अपनाने की |
गुरु नानक जी, संत ज्ञानेश्वर जी आदि महान ज्ञानियों के प्रवचनों में सहज योग का उल्लेख मिलता है| सहज योग की मदद से कई लाइलाज बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है, यह अनेक बार सिद्ध हो चुका है।इससे मानसिक, शारीरिक, मनोवैज्ञानिक सभी तरह के लाभ शरीर को मिलते हैं |
यह आत्मज्ञान को प्राप्त करने की बहुत ही सुलभ ध्यान पद्धति है। इस पद्धति को अपना
कर हर इन्सान अपने हर कार्य को व अपने जीवन को सफल कर सकता है| इससे तनाव दूर होता है, इससे पीठ दर्द से राहत मिलती है| इसका अभ्यास करने वाला व्यक्ति पूरा दिन ऊर्जा से परिपूर्ण होता है|
यदि हम सहज योग की बात करें तो इसकी खोज श्री माता जी निर्मला देवी ने की थी | यह योग परमात्मा की सर्वव्यापक शक्ति से जु़ड़ने का अत्यंत सरल मार्ग है| यह सूक्ष्म रूप से हमारी प्राकृतिक ऊर्जा जो कुंडलिनी शक्ति के रूप में होती है की जागृति द्वारा हमें संतुलन व शक्ति प्रदान करता है।
दरअसल जब भी ईश्वरीय शक्ति जागृत होती है, व्यक्ति का सृजनात्मक व्यक्तित्व व उत्तम स्वास्थ्य का विकास होने लगता है |
सहज योग के अर्थ को यदि हम विस्तृत करें तो ‘सह’ का अर्थ है हमारे साथ, ‘ज’ का अर्थ है पैदा हुआ और ‘योग’ का अर्थ है संघ।
मानव पर परमात्मा की कृपा बरसने लगती है, जिसके चलते उसकी अंतर्जात प्रतिभा खिल उठती है, वह तनाव मुक्त जीवन पाता है साथ ही निःस्वार्थ प्रेम एवं आनंद में लिप्त हो जाता है |
सहजयोग ध्यान द्वारा आत्मसाक्षात्कार प्राप्त होता है तथा इसके नियमित अभ्यास से साधक संतुलित जीवनशैली को प्राप्त कर पाता है। अधिक जानकारी हेतु आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 18002700800 पर कॉल कर सकते हैं या वेबसाइट www.sahajayoga.org.in पर देख अधिक जानकारी देख सकते हैं।