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कार्यकर्ताओ की ताकत से शाजापुर विधानसभा में फिर खिलाएंगे कमल: भीमावद

26 Sept 2023

भाजपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद जिला कार्यालय पर अरुण भीमावत का हुआ स्वागत, जीत का लिया संकल्प

शाजापुर(नरेन्द्र भाटी)। भारतीय जनता पार्टी सिर्फ विकास में विश्वास करती है और शाजापुर विधानसभा में भाजपा सरकार में जो विकास कार्य हुए है वे शायद कभी नहीं हुए। लंबे समय से इस विधानसभा पर कांग्रेस काबिज है, लेकिन 2013 में जनता ने विधायक के रूप में मुझे चुना था और तब यहां के अटके विकास कार्यों को भाजपा सरकार के माध्यम से पूरा करने का प्रयास किया था। अब समय फिर आया है शाजापुर के अधूरे विकास कार्यों को पूरा करने के लिए पार्टी नेतृत्व ने अवसर दिया है। कार्यकर्ताओ की ताकत से शाजापुर विधानसभा इस बार फिर प्रचंड बहुमतो से विजय हासिल करेंगे।


यह बात पूर्व विधायक एवं शाजापुर विधानसभा भाजपा प्रत्याशी अरुण भीमावद ने मंगलवार को जिला कार्यालय पर प्रत्याशी घोषित होने के बाद कार्यकर्ताओ द्वारा किए गए स्वागत समारोह के दौरान संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भाजपा कभी विकास करने में कोई कसर नहीं छोड़ती है और शाजापुर विधानसभा का ऐसा कोई गांव नही होगा जहा 2013 से 2018 में मेरे विधायक के कार्यकाल में विकास कार्य नही हुआ होगा। हार जीत अपनी जगह है, लेकिन विकास के मामले में किसी गांव के साथ भेदभाव नहीं किया गया है जो सबके सामने है। श्री भीमावद ने नर्मदा लिंक परियोजना के बारे में बताते हुए कहा की अभी कुछ दिन पूर्व शाजापुर के वर्तमान विधायक मीडिया को नर्मदा लिंक परियोजना दिखाने ले गए और इस उपलब्धी को अपनी बताकर झूठी वाहवाही लूट रहे है। यह परियोजना प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा दी गई सौगात है, जिसका भूमिपूजन हमारी ही पार्टी के जनप्रतिनिधियों के साथ मेने किया था, जिसका प्रमाण मेरे पास है। हमारे द्वारा बनाई गई योजना में 167 गांव शामिल थे, लेकिन 15 महीने की कमलनाथ सरकार में तत्कालीन जल संसाधन मंत्री रहे क्षेत्रीय विधायक ने 102 गावो को शामिल करके बाकी के गांव इसमें से हटा दिए थे। यह भेदभाव तत्कालीन विधायक ने क्षेत्र के गावो के साथ किया था, लेकिन आज यह महती योजना चालू हो रही है तो वह भारतीय जनता पार्टी की सरकार के कारण हो रही है। इन सब बातो को लेकर हमे जनता के बीच में जाना होगा। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा मुझे फिर से शाजापुर विधानसभा का प्रत्याशी बनाया गया है उसके लिए में सभी का आभार व्यक्त करता हूं और साथ ही सभी कार्यकर्ताओ से आव्हान करता हूं कि पूरी ताकत के साथ इस विधानसभा चुनाव में लग जाए, ताकि प्रचंड बहुमत से हम इस विधानसभा में कमल खिला सके। कार्यक्रम में जिला महामंत्री संतोष बराड़ा, अशोक पाटीदार, महेंद्र चौहान, भाजपा मंडल अध्यक्ष नवीन राठौर, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष केतल पटेल, भाजयुमो जिलाध्यक्ष श्याम टेलर ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता रामचंद्र भावसार, तेजसिंह राजपूत, पूर्व जिला महामंत्री रवि पांडे, जिला मंत्री आशुतोष श्रीवास्तव, श्रद्धा नागर, जिला कोषाध्यक्ष किरण ठाकुर, जिला मीडिया प्रभारी विजय जोशी, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि प्रेम मालवीय, सोशल मीडिया संयोजक सोनू सोलंकी, मंडल अध्यक्ष राधेश्याम गुर्जर, हरिओम गोठी आदि मंचासीन थे। संचालन विधानसभा संयोजक प्रदीप चंद्रवंशी ने किया तथा आभार जिला कार्यालय मंत्री विपुल कसेरा ने माना। इस अवसर पर विधानसभा के पदाधिकारी एवम कार्यकर्ता उपस्थित थे।


भाजपा ने लगातार तीसरी बार जताया भीमावद पर भरोसा


सोमवार रात को भाजपा राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरूण सिंह द्वारा प्रदेश के विधानसभा क्षेत्रों के लिए जारी की गई दूसरी सूची में पूर्व विधायक अरूण भीमावद पर लगातार तीसरी बार भरोसा जताते हुए उन्हें शाजापुर विधानसभा (167) से प्रत्याशी बनाया है। भीमावद का टिकिट फायनल होते ही समर्थकों ने जमकर खुशियां मनाई और भीमावद का स्वागत किया। किसी ने पुष्पमाला से तो किसी ने सांफा बांधकर भीमावद का स्वागत किया। वैसे शाजापुर से कांग्रेस की ओर से अभी टिकिट फायनल नहीं हुई है, लेकिन यहां से पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वर्तमान विधायक हुकुमसिंह कराड़ा को फिर से टिकिट मिलने की पूरी संभावना है। यदि कांग्रेस ने यहां से कराड़ा को फिर टिकिट दिया तो लगातार तीसरी बार कराड़ा और भीमावद के बीच मुकाबला होगा।


2013 में ढहाया था कांग्रेस का किला


वर्ष 2013 में भाजपा ने तत्कालीन भाजपा जिलाध्यक्ष अरूण भीमावद को शाजापुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी बनाया था। यहां पर भाजपा ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा। इसका परिणाम यह हुआ कि लगातार चार बार शाजापुर विधानसभा से चुनाव जीत चुके हुकुमसिंह कराड़ा को 1938 वोटों से हराकर शाजापुर विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का सूखा खत्म किया था। वर्ष 2018 में भाजपा ने फिर से भीमावद को अपना प्रत्याशी बनाया, लेकिन इस चुनाव में वर्ष 2008 मंे भाजपा से चुनाव हार चुके जेपी मंडलोई ने टिकिट नहीं मिलने पर भाजपा से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इसके चलते भाजपा के वोटों का धु्रवीकरण हुआ जिसका फायदा कराड़ा को मिला और उन्होंने भीमावद को 44979 वोटों से हराया था।


संगठन में पकड़ एवं कार्यकर्ताओं के दम पर भीमावद फिर मैदान में


इस बार शाजापुर विधानसभा में भाजपा की ओर से प्रत्याश्शियों की लंबी फेहरिस्त थी। सभी अपने-अपने नेताओं के दम पर टिकिट की मांग करते हुए जोड़-तोड़ में लगे हुए थे, लेकिन भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव एवं कर्नाटक के वर्तमान राज्यपाल थावरचंद गेहलोत के कट्टर समर्थक अरूण भीमावद को लगातार तीसरी बार अपना उम्मीदवार बनाया है। बताया जाता है कि विगत पांच वर्षों में भीमावद ने पार्टी कार्यकर्ताओं से जीवित संपर्क रखते हुए वरिष्ठ स्तर पर भी अपनी दावेदारी को मजबूती से रखा था। इसका फायदा भीमावद को मिला।


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