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उज्जैन में टाटा कंपनी के गड्डे को जल्दी भरवाने के लिए देनी पड़ती है इतनी राशि

6 Dec 2023

टाटा प्रोजेक्ट के नाम पर शहर के व्यापारियों से वसूली का नया तरीका, नगर निगम को देना पड़ते हैं रूपये

उज्जैन(शुभम ताम्रकार)| उज्जैन की जनता टाटा कंपनी के काम करने के तरीके से परेशान हो चुकी है| जहाँ एक ओर उज्जैन नगर पालिका निगम बारिश के ठीक पहले शहर के व्यस्ततम मार्ग को चौड़ा करने की कवायद शुरू करता है तो वहीं शादी विवाह के बीच टाटा जानबूझकर उस सड़क को खोद देता है जिस इलाक़े में सबसे ज्यादा विवाह स्थल आते हैं| गड्डा खोदना शुरू करने से पहले टाटा के कर्मचारी 4 से 5 दिनों में काम ख़त्म करने की बात करते हैं और फिर अचानक वहाँ से भाग जाते हैं फिर कुछ लोग नगर निगम के कर्मचारी बनकर आते हैं और काम को जल्दी समाप्त करने के लिए रुपयों की मांग करते हैं|



मामला उज्जैन के नानाखेड़ा क्षेत्र में इन्दौर रोड का है जहाँ एक ओर सर्विस रोड पर कई प्रतिष्ठित विवाह स्थल हैं और वहाँ पहुँचने के लिए एक मात्र सर्विस रोड है| टाटा प्रोजेक्ट की टीम नगर निगम से मिलीभगत होने के चलते शादियों के बीच इस मार्ग में बड़ा सा गड्डा खोद कर भाग गई है| बाद में इस गड्डे को भरने के लिए एक होटल संचालक से रुपयों की मांग की गई| किन्तु होटल संचालक ने रूपये ना देकर लोकायुक्त में शिकायत करने की बात कही तो नगर निगम के कर्मचारी मौके से फुर्र हो गए और काम को 16 दिसंबर के बाद करने की धमकी देकर चले गए| यहाँ गौर करने वाली बात यह है कि 16 दिसंबर से एक माह के लिए कोई विवाह मुहूर्त नहीं हैं|



हमारे सूत्रों के मुताबिक टाटा के अधिकारियों द्वारा नगर निगम के बड़े अधिकारियों की महिने में दो बार आलिशान पार्टी दी जाती है इस कारण नगर निगम टाटा के काम करने के तरीकों पर ध्यान नहीं देता| इस विषय पर हमने निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह से चर्चा करनी चाही पर टाटा का नाम जुड़ा होने से वे इस विषय पर चर्चा के लिए उपलब्ध नहीं हो सके| इसके बाद हमने अपर आयुक्त आदित्य नगर को फ़ोन किया किन्तु उन्होंने फ़ोन नहीं उठाया|


यहाँ मज़ेदार बात ये है कि जहाँ टाटा द्वारा किसी मार्ग को खोदा जाता है तो नगर निगम वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था तक नहीं करता| जबकि हमारी जानकारी के मुताबिक खुदाई शुरू करने से पहले निगम आयुक्त से लेकर आला अधिकारी इस इलाके का निरीक्षण कर चुके हैं|


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