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युवाओं के साथ अनुभवी मतदाताओं का वोट होगा निर्णायक

1 Oct 2023

जिले के करीब 15 प्रतिशत बुजुर्ग मतदाताओं पर सभी दलों की नजर

उज्जैन। जिले में बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या 15 प्रतिशत के आसपास है। जिन पार्टियों को विधानसभा चुनाव जीतना है, उन्हें इन अनुभवी मतदाताओं को भी साधना पड़ेगा, तभी जीत की राह पक्की हो सकती है।

उल्लेखनीय है कि 60 वर्ष की उम्र के पड़ाव में आदमी सीनियर सिटीजन की गिनती में आ जाता है और उसे जिंदगी के अनुभव भी हो जाते हैं। इसलिए इस उम्र को सबसे ज्यादा अनुभवी माना जाता है। जिले में 60 से लेकर 100 वर्ष तक आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या पर गौर किया जाए तो यह संख्या करीब 2 लाख 34 हजार 622 है। इनमें सबसे अधिक संख्या 60 से 69 उम्र के वर्ग की है। यह संख्या करीब 138956 है, वहीं 70 से 79 वर्ष के वर्ग की संख्या 67606 है। इसके बाद की उम्र में वोटरों की संख्या लगातार घटती जा रही है। बात करें हम 80 से उन 90 वर्ष के मतदाताओं की संख्या की तो यह संख्या जिले में मात्र 2992 मतदाताओं की है, वहीं 90 से 99 वर्ष की उम्र की बात की जाए तो फिर संख्या बढ़ी हुई है, इसमें 4633 मतदाता है। 100 वर्ष या इससे अधिक आयु वर्ग की बात की जाए तो कुल 435 मतदाता जिले में वर्तमान मतदाता सूची में दर्ज है।


एक नजर अलग-अलग आयु वर्ग के मतदाताओं पर


निर्वाचन आयोग द्वारा जारी की गई मतदाता सूची के अनुसार उज्जैन जिले में वर्तमान में बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या उज्जैन दक्षिण विधानसभा में सबसे अधिक 43 हजार 112 वोटरों की है जो कि वोटरों की संख्या में करीब 15 से 20 प्रतिशत के आसपास है। सबसे कम बुजुर्गों की संख्या नागदा-खाचरौद विधानसभा में 25 527 के आसपास है, इसके अलावा 100 प्लस के मतदाताओं की बात की जाए तो सबसे अधिक 128 मतदाता तराना विधानसभा में दर्ज है। नागदा-खाचरौद में सबसे कम मात्र 42 मतदाता 100 प्लस की उम्र के हैं। मतदाता सूची पर यदि गौर किया जाए तो युवाओं की संख्या करीब 50 प्रतिशत से अधिक है और बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या यदि 15 प्रतिशत मान ली जाए तो 65 प्रतिशत का एक बड़ा वर्ग युवा और बुजुर्गों का वोटर सूची में दर्ज हुआ है। इसके अलावा 39 से लेकर 60 की उम्र में 35 प्रतिशत मतदाता आते हैं। मतलब साफ है कि युवा और बुजुर्गों को साधना बहुत जरूरी है, क्योंकि बुजुर्गों और युवाओं का प्रतिशत अधिक है। भाजपा कांग्रेस सहित अन्य दलों के राजनीतिक विश्लेषक इसके आंकलन में जुटे हुए हैं।


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