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लगातार बारिश से उज्जैन में हालात बेकाबू

18 Sept 2023

मंगलनाथ क्षेत्र में भी रौद्र रूप दिखाने लगी शिप्रा, कई मंदिर और पुल जलमग्न

उज्जैन। तीन दिन से हो रही बारिश का आंकड़ा रविवार सुबह 7 इंच को पार कर गया। मंगलनाथ मंदिर के पास स्थित प्राचीन अंगारेश्वर मंदिर शिखर तक शिप्रा नदी में डूब गया। तेज बहाव के बीच लाल रंग के केवल शिखर दर्शन का अद्भुत दृश्य दिखाई दिया। शिवलिंग पानी में होने से नित्य दर्शन करने वाले भक्त भी दूर से ही शिखर दर्शन कर सके।


लगातार हो रही बारिश के चलते रविवार को कालभैरव मंदिर के पहले शिप्रा नदी का पुल भी डूब गया। लगातार जल स्तर बढ़ने से शिप्रा का रौद्र रूप नजर आने लगा। उल्लेखनीय है कि रविवार को भी लगातार वर्षा का दौर जारी रहा। इसके चलते सुबह अंगारेश्वर मंदिर के केवल शिखर के दर्शन ही लोग कर पाए। शिप्रा नदी में आई बाढ़ के कारण पूरा मंदिर जलमग्न हो गया है। केवल ऊपर के शिखर ही दिखाई दे रहा है, जिस पर तेज हवा में लहराती ध्वजा दूर से दिखाई दी। मंदिर परिसर में गौशाला संचालित करने वाले सरपंच अर्जुन पटेल और लमसम पटेल ने बताया पानी के तेज बहाव से मंदिर परिसर में रखी दुकानें बह गईं। शनिवार सुबह से मंदिर के पास शिप्रा नदी का पानी बढऩा शुरू हो गया था। देखते देखते मंदिर परिसर में भी आ गया और शाम को शिखर तक पानी जा पहुंचा। रविवार को भी शिप्रा का जल स्तर शिखर को स्पर्श कर बहते दिखाई दिया।


गंगाघाट से झालरिया मठ तक पानी ही पानी


रविवार सुबह मंगलनाथ मंदिर मार्ग स्थित गंगाघाट तक शिप्रा का पानी पहुंच गया। घाट की सभी सीढियां पानी में डूब गईं। नृसिंहघाट पुल के पास स्थित झालरिया मठ में पानी आने के बाद उसे भी प्रशासन ने तत्काल खाली कराया। इधर लगातार हो रही बारिश के कारण जमीन गीली हो गई है। गढ़कालिका रोड पर रविवार सुबह करीब छह बजे एक बड़ का पेड़ गिर गया। पार्षद हेमंत गेहलोत ने बताया निगम की टीम इसे हटाने पहुंची और सुबह करीब 9.30 बजे ही इसे हटा दिया गया। कालभैरव मंदिर के पहले शिप्रा नदी का पुल पानी में डूब गया। इसकी ऊंचाई अधिक होने से यह बहुत कम जलमग्न होता है। इस पर आवागमन भी बंद हो गया है। पास ही विक्रांत भैरव मंदिर पर भी पानी भर गया।


42 इंच के पर हुई उज्जैन में बारिश


उल्लेखनीय है कि उज्जैन में 15 सितंबर तक कुल बारिश 35.6 इंच (891.6 मिमी) हो गई थी। वहीं 16 सितंबर तक कुल बारिश 41.76 इंच (1044 मिमी) और 17 सितंबर की सुबह तक 42.76 इंच (1096 मिमी) तक आंकड़ा पहुंच गया था।


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