
9 Sept 2023
शहर के कई इलाकों की सड़कें बारिश की वजह से जलमग्न
उज्जैन। लंबे इंतजार के बाद 2 दिन से हो रही बारिश ने एक बार फिर नगर निगम के दावों की पोल खोल दी है। चुनावी साल में खास बात यह है कि महाकालेश्वर मंदिर पहुंच मार्ग की जलमग्न सड़कें भी श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का सबब बन गई है।
उल्लेखनीय है कि उज्जैन को स्मार्ट सिटी योजना के तहत संवारने का काम तेजी से चल रहा है। लेकिन शहर में बारिश की वजह से हर साल व्यापारियों और आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लंबे अंतराल के बाद हुई बारिश ने एक बार फिर नगर निगम के दावों की पोल खोल दी।
लंबे इंतजार के बाद हुई बारिश ने एक बार फिर नगर निगम द्वारा कराए गए सड़क मरम्मत के कार्यों की पोल खोल कर रख दी। उज्जैन में गुरुवार और शुक्रवार को हुई बारिश की वजह से कई सड़कें जलमग्न हो गई। उज्जैन के इंदौर गेट, निकास चौराहा, केडी गेट आदि इलाकों व जलजमाव की स्थिति बन जाने की वजह से श्रद्धालुओं को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। इन्हीं मार्गों से होकर श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर, हरसिद्धि मंदिर, रामघाट आदि धार्मिक स्थानों पर पहुंचते हैं।उज्जैन में बारिश के पहले हर साल नगर निगम नालों की सफाई का काम करती है। इसके अलावा जल-जमाव रोकने के लिए लाखों रुपए खर्च किये जाते हैं। मगर मूसलाधार बारिश से सारे इंतजाम धरे के धरे रह जाते हैं। क्षेत्र के व्यापारी मनोज जैन के मुताबिक इंदौर गेट के क्षेत्र में पिछले तीन दशक से जलजमाव की स्थिति बन रही है। हर साल आश्वासन दिया जाता है मगर बारिश से सारे इंतजामों की पोल खुल जाती है। चौराहे के व्यापारियों के मुताबिक इस बार भी हालात नहीं सुधरे हैं। अभी भी जलजमाव की स्थिति बन रही है।
शिकायतें मिलते ही कर रहे समाधान...
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के मुताबिक उज्जैन शहर के कुछ इलाकों में जलजमाव की शिकायतें सामने आती है। इन शिकायतों पर नगर निगम तुरंत कार्रवाई कर रहा है। महाकालेश्वर मंदिर पहुंच मार्ग को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं। शुक्रवार को अचानक तेज बारिश की वजह से कुछ इलाकों में जलजमाव हो गया था लेकिन जैसे ही बारिश कम हुई वैसे ही स्थिति सामान्य हो गई।
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