
10 Oct 2023
16,17 और 18 दिसंबर को कालिदास अकादमी में होगा आयोजन
उज्जैन। चेतना अध्ययन, आध्यात्मिक लोकतंत्र तथा प्राचीन ज्ञान को आधुनिक जीवन में फिर से शामिल करने के लिए दुनिया के 6 महाद्वीपों के विद्वान उज्जैन आएंगे और यहां तीन दिवसीय आयोजन में एक चेतना एक अस्तित्व विषय पर अपने विचार प्रकट करेंगे। इस विश्व स्तरीय आयोजन को ग्लोबल यूनाइटेड कॉन्शसनेस कान्क्लेव नाम दिया गया है।
आयोजन को लेकर आयोजित पत्रकार वार्ता में यूनाइटेड कॉन्शसनेस के डॉक्टर विक्रांत सिंह तोमर, गोविंद जी वह जुनेजा जी ने बताया कि विश्व संयुक्त चेतना अर्थात एकात्मकता के उद्देश्य से यह आयोजन जर्मनी में आयोजित होना था। लेकिन इसे भारत देश की आध्यात्मिक और धर्म नगरी उज्जैन में आयोजित किया जा रहा है। यह आयोजन 15 16 और 17 दिसंबर को उज्जैन के कालिदास अकादमी में आयोजित किया जाएगा। इसमें देश तथा दुनिया भर के 42 विद्वान वक्ता शामिल होंगे। इनमें से 27 विद्वान विचारक भारत के बाहर से अन्य देशों से आएंगे। आयोजन में यूरोपियन योगा फेडरेशन, लेटिन अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, रूस , तुर्की, इस्तांबुल सहित दुनिया के 6 महाद्वीपों से विद्वान आएंगे और विषय पर अपनी बात रखेंगे।
एक नजर आयोजन की रूपरेखा पर
उन्होंने बताया कि छह महाद्वीपों के 42 विद्वान 3 दिन के कार्यक्रम में 24 व्याख्यान देंगे। इसमें 16 वर्कशॉप आयोजित की जाएगी। इसके अलावा पैनल चर्चा भी होगी। आयोजन स्थल पर 500 लोगों को प्रवेश दिया जाएगा। इसके बाद दुनिया के 120 देश में इसका प्रसारण होगा और लोग इसमें ऑनलाइन भी शामिल हो सकेंगे। कार्यक्रम में फिजिकली रूप से शामिल होने के लिए आवेदकों को ₹1000 शुल्क देना होगा जबकि ऑनलाइन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए₹500 की राशि तय की गई है।
कई देशों की नदियों का पानी संगम करेगा शिप्रा से
आयोजन में शामिल होने के लिए आ रहे 6 महाद्वीपों के 120 देश के विद्वान अपने साथ अपने-अपने देश की प्रमुख नदियों का जल लेकर उज्जैन पहुंचेंगे और यहां आकर सभी सामूहिक रूप से यह पानी शिप्रा नदी में अर्पित करेंगे।
कुर्सियां और एसी की व्यवस्था नहीं हो पाई
आयोजन से जुड़े लोगों ने बताया कि यह विश्व स्तरीय कार्यक्रम उज्जैन के कालिदास अकादमी परिसर में रखा गया है। अकादमी को संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने निर्देश दिया है कि दुनिया भर से आ रहे विद्वानों के लिए कालिदास अकादमी के संकुल हाल में एयर कंडीशनर तथा कुर्सियों की बेहतर व्यवस्था की जाए। इसके बावजूद अकादमी द्वारा अभी तक संकुल हाल में कुर्सियां और एसी की व्यवस्थाएं नहीं की है। इस बात को लेकर आयोजक चिंतित है।
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